Khichan, an offbeat village in Rajasthan offers annual migration of thousand of Demoiselle cranes, best desert safari, Old Havelis and Salt Panes.
khichan
खीचन की गलियां
बलुआ पत्थर का बनना अनुकूल रहा राजस्थान में. अनेकों रंगों में मिलने वाला ये पत्थर अपने आपको ऐसा बनाता है कि समय के थपेड़ों के सामने तो यूँ नहीं झुकता किन्तु कुशल हाथों में छेनी हथोड़ा हो तो अपना निज मिटा कर उसका दिया रूप लेता है. निज के मरण पर जन्मा सौंदर्य जैसे मीरा के भजन और दादू के दोहे। ऐसी ही हैं ये हवेलियां भी। शेखावटी और जैसलमेर की तरह प्रसिद्धि तो न पाई हैं इन्होने, लेकिन अगर आप यहाँ हैं तो इन गलियों से गुजरना एक उम्दा अनुभव बनेगा- बाह्य और भीतर यात्रा का.
The Best Desert Safari in Rajasthan
Khichan is widely known for the thousands of Demoiselle Cranes, that come here for wintering and people of Khichan do everything to give them a safe shelter with abundance of food. Its streets have some fine Havelis made with sandstone. However, the most beautiful experience to have in Khichan is Desert Safari conducted by khichan Resort.
राजस्थानी संस्कृति में कुरजां पक्षी
लोकगीत सदा से ही देश काल की सच्ची परिस्थिति बयान करते रहे हैं. कुरजां ऐसा ही एक लोकगीत है, जिसमे नायिका/विरहिणी कुरजां पक्षी के हाथ अपने प्रिय को संदेसा भेजती है कि विवाह कर, वे उसे क्यों अकेली छोड़ गए हैं. कुरजां जाके नायक को सन्देश देती है और उसे भी वियोग में उदास पाती है. संदेसा पाकर नायक नौकरी/ साथी छोड़ कर एक सजीले घोड़े पर रातों रात चल देता है , पूरी रात बेतहाशा चलके भोर होते होते अपने घर अपनी प्रिया के पास पहुँच जाता है.