Religious

बृहदीश्वरा मंदिर, तंजावुर

दक्षिण के मंदिरों में विमान (tower) का एक रोचक इतिहास है. तंजावुर के बृहदीश्वरा से पहले बने मंदिरों का विमान ऊंचाई में मध्यम रहा. राजजचोला और फिर राजेंद्र चोला के बने मंदिरों में विमान की ऊंचाई अधिकतम रही. फिर उसके बाद पुनः विमान की ऊंचाई कम होती गई, लेकिन गोपुरम की ऊंचाई बढ़ती ही चली गई.

ऋषभारूढमूर्ति : शिव पार्वती मनुनीति चोला को आशीर्वाद देते हुए, मानुनीति चोला कथा पैनल सेऋषभारूढमूर्ति : शिव पार्वती मनुनीति चोला को आशीर्वाद देते हुए, मानुनीति चोला कथा पैनल से

लेपाक्षी (आंध्र प्रदेश) के मुराल / चित्र

चित्रसूत्र कहता है -“विशेषज्ञ रेखाओं को (delineation and articulation of form) को देखता है, पारखी प्रकाश और छाया के रूपं को देखता है, स्त्रियां गहने, सामन्य-जन रंगों की विविधता और शोभा से प्रभावित होते हैं, अतः चित्रकार में ऐसी दक्षता चाहिए कि सभी उसके चित्र से आनंदित हो सकें।”

लेपाक्षी, हैदराबाद

सुनो नंदी!

दक्षिण में पाँव पाँव पर प्रभु अपने साकार रूप में विराजमान है. कहीं भी निकल पड़िए, श्लोक उच्चारण, मंदिर की घंटी, नाद के स्वर, हाथों में पूजन सामग्री और मुख […]

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